Parents teach a lot of things throughout one's life. A few things they may fail to teach, but parents are always so precious.
Below is a note to my mother, the sweetest, cutest and warmest lady I've known ( and taken for granted) till yesterday.
आह भी भरूं तो दामन में समेट लेती थी
अब बिलख रहा हूँ तब भी बोलती नहीँ
पता नहीँ क्यों ऐसे रूठ गयी है मेरी माँ
जिसके पैर में स्वर्ग बसता था मेरा
खुद बादलों के पार चली गयी है मेरी माँ
जिसके हाथ पकड़ चलना सीखा था
हाथ छुड़ा के अकेला कर गयी है मेरी माँ
जाने से पहले हाथ मेरे सर पे सहला कर
बेहद प्यार मुझ पे लुटा कर गयी है मेरी माँ
पर वो नहीँ है तो सब गलत लगता है
बस इस गलत को सही कैसे करूँगा
यह सीखा कर नहीँ गयी मेरी माँ
I'm truly sorry for the loss of your mother. Her warmth and kindness will be remembered fondly. May cherished memories bring you comfort during this difficult time. My thoughts and prayers are with you and your family.
ReplyDelete🙏
DeleteMa is ma...no words can describe her love and importance in our lives
ReplyDelete🙏
DeleteVery sorry for your biggest loss.
ReplyDeleteWe don't know how much our parents prayers have stopped many casualties upon us. The one who prays for your protection has crossed the skies. Now you need to be careful and pray for yourself. This sentiment is beautifully expressed in the poem.
🙏
DeleteOm Shanti Nikhil.
ReplyDeleteHeart felt condolences from me & wife.
Maa toh bhagwan keh roop hai ....🙏
🙏
Delete🙏
DeleteMiss you mummy always
ReplyDeleteShe shaped us both Bhai. And made us what we are today
ReplyDeleteDear Praveen, Although you couldnt meet mummy in 20+ Year but she always asked about your wellbeing. Thanks for your beautiful words below. 🙏
ReplyDeleteश्रधान्जली
माँ तो माँ है उन का साया तुझ पे सदा रहेगा,
उन के प्यार का झरना तुझ पे सदा बहेगा ।
ए दोस्त वो दुनिया चाहे छोड़ गयी,
हम सब से उन का नाता सदा रहेगा ।
वो खुश किस्मत थे जिन की जिन्दगी मे वो आयी,
प्यार ही प्यार देखा जब देखी उन की परछाई ।
सजो के रक्खे थे दो चार पल थे जो मेरे हिस्से,
पोंछता हू अब आँसू ये खबर आयी ।
तुम्हारे रूप मे है विद्यमान् वो माँ अब भी,
वो थी, तुम हो, तो सुन्दर है जहाँ अब भी ।
जो याद आये तो पगलो कि तरह बुला लूँगा,
ना आये नजर तो ए दोस्त तुझे गले लगा लूँगा ।
ए दोस्त तुझे गले लगा लूँगा ।
प्रवीण
माँ, जीवन की महत्वपूर्ण धारा हैं। उनका स्नेह, समर्थन और आशीर्वाद हर कठिनाई को आसान बना देता है। उनकी ममता, समर्पण और प्यार में हमें जीने की प्रेरणा और शक्ति मिलती है। माँ, समाज का आधार हैं और उनके बिना जीवन अधूरा है।
ReplyDeleteमैं प्रार्थना करता हूँ कि आप और आपका परिवार इस कठिन समय में सभी शक्ति प्राप्त करें। 🙏
🙏
DeleteSuch a beautiful poem! Mothers are the biggest blessing in the universe.🙏
ReplyDelete🙏 true
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