Defining Being

As you may know me.... I try to pen my feelings, with more honesty than with language and grammar. While reading the posts below you may experience what compelled me to write these.
While I was thinking of giving a name to my Blog; this came to me; "Nuances of Being"
Being "Me" is the best that I am at and hope that will show in the posts below

And Thanks for reading

~Nikhil




Monday, October 30, 2017

ग़लती ?






सच्चे भी रहे , अच्छे भी रहे 
पर हम को जताना न आया 
इक बहाने से तुम्हे बहला लेते 
पर हमें बहाना बनाना न आया 


भले थे हम, या कम समझ 
बुरे मगर कभी न थे 
इल्ज़ाम झूठ थे, दिल सच्चा 
पर दिल का दिखाना न आया 



बेरुखी जुल्म था हर लम्हा 
पर तुम पे कोई इल्ज़ाम नहीं  
रंजिश बोल के ज़ाहिर कर दो
हमें यह भी बताना न आया 


सच्चे भी रहे , अच्छे भी रहे 
पर हम को जताना न आया 
इक बहाने से तुम्हे बहला लेते 
पर हमें बहाना बनाना न आया 










Quick Meanings just in case 
इल्ज़ाम - Ilzam - Blame
बेरुखी - Berukhi  - Indifference
रंजिश - Ranjish - Anger, complaint
ज़ाहिर - Zahir - Show, explain

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